बुधवार, 12 अप्रैल 2017

पुस्तक समीक्षा


पुस्तक समीक्षा
रवाई क्षेत्र के लोकदेवता और लोकोत्सव
लेखक –दिनेश सिंह रावत
समीक्षक –डॉ उमेश चमोला  
रवाई उत्तराखण्ड के उत्तरकाशी जनपद में स्थित प्राकृतिक और सांस्कृतिक विरासत की दृष्टि से एक धनी क्षेत्र है.यहाँ स्थान –स्थान पर अलग –अलग लोकदेवताओं के पूजन की परम्परा रही है.इसके साथ ही कई लोकोत्सव जैसे मेले,देवयात्राएँ आदि को अपार उत्साह के साथ मनाया जाता है.रवाई क्षेत्र के लोकदेवता और विभिन्न लोकोत्सवों पर प्रकाश डाला है दिनेश सिंह रावत ने अपनी पुस्तक ‘रवाई क्षेत्र के लोकदेवता एवं लोकोत्सव’ में.
इस पुस्तक में सम्पूर्ण विषयवस्तु पांच अध्यायों में बांटी गयी है.प्रथम अध्याय में जनपद उत्तरकाशी के साथ साथ रवाई क्षेत्र का भौगोलिक,सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक परिचय दिया गया है.दूसरा अध्याय लोकसाहित्य,लोकजीवन और लोकदेवता तथा लोकदेवताओं से सम्बंधित विभिन्न लोकमान्यताओं पर आधारित है.मोरी,पुरोला और नौगाँव क्षेत्र की पट्टियों के लोकदेवताओं को तीसरे अध्याय में वर्णित किया गया है.चौथे अध्याय को विभिन्न लोकदेवताओं और उनसे जुडी लोकमान्यताओ पर केन्द्रित किया गया है. अंतिम  अध्याय में मोरी,पुरोला,नौगाँव और रवाई के लोकोत्सवों पर आधारित जानकारी दी गयी है.  प्रत्येक अध्याय में अंत में सन्दर्भ सूची दी गयी है.
 पुस्तक की विषयवस्तु तैयार करने में लेखक ने लोकसाहित्य पर आधारित विभिन्न शोधपरक पुस्तकों की मदद ली है.इसके साथ ही क्षेत्र के लोकसाहित्य के जानकार लोगों,लोकगायकों,क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों आदि से साक्षात्कार कर विभिन्न तथ्य  संग्रहीत किये हैं.लेखक का परिश्रम पुस्तक में झलकता है.पुस्तक रवाई क्षेत्र के विभिन्न लोकदेवताओं,उनसे जुडी  मान्यताओं,लोकोत्सवों,संदर्भित लोकगाथाओं,लोकगीतों,लोकनृत्यों,मेले,जातराओ आदि का ऐतिहासिक-सांस्कृतिक संदर्भपूर्ण विवेचन प्रस्तुत करने में सफल सिद्ध हुई है.यह लोक के जिज्ञासु पाठकों और शोधार्थियों के लिए एक उपयोगी पुस्तक कही जा सकती है.इसके साथ ही नई पीढी का ध्यान लोक की और आकृष्ट करने की दृष्टि से सफल है.
 पुस्तक का मूल्य -३५० रु
प्रकाशक –सुकीर्ति प्रकाशन करनाल रोड ,कैथल हरियाणा
लेखक संपर्क -९४५६५२७४५३,९९२७२७२०८६

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