शनिवार, 11 अप्रैल 2015

आपदा से बचाव पर आधारित जरूरी बालसाहित्य -१
घायलों की आपातकालीन सहायता पर आधारित नाटक लेखन और चित्रांकन --डॉ नन्दकिशोर हटवाल
प्रकाशन ---आपदा न्यूनीकरण एवम प्रबन्धन केन्द्र देहरादून।

गुरुवार, 2 अप्रैल 2015

जल ही जीवन 

जल ही तो जीवन है अपना ,आओ इसे बचाएँ ,

पेड़ करते जल की रक्षा हम सब पेड़ लगाएँ ,

ऐसे पेड़ हम खूब लगाएँ ,जो जल रखते धारण ]

खिन्ने का पेड़ है इसका अच्छा एक उदाहरण ,

बांज की जड़ से गुजरा पानी ,रखे निरोगी काया ,

वृक्ष छोड़ते प्राणवायु को ,यह भी जल की माया ,

पेड़ बनाते प्यारे बादल ,खींचे वर्षा जल को ,

आज करे यह हमारी रक्षा और करे यह कल को ,

पानी को ना व्यर्थ बहाएं ,रखें सदा ही याद ,

जिस दिन जल नहीं रहेगा होंगे सब बरबाद। 

-----रचना डॉ उमेश चमोला